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Wednesday, October 9, 2024

मातागढ़ तुरतुरिया में श्रद्धालुओं ने 918 तेल व 210 घी के आस्था स्वरूप दीप प्रज्जवलित की


 मातागढ़ तुरतुरिया में श्रद्धालुओं ने 918 तेल व 210 घी के आस्था स्वरूप  दीप प्रज्जवलित की

जीवन लाल रात्रे-कसडोल(न्यूज टुडे)कसडोल जनपद पंचायत के अंतर्गत संचालित मातागढ़ तुरतुरिया में इस शारदेय नवरात्रि में श्रद्धालुओं ने 918 तेल वह 210 घी के आस्था स्वरूप दीप प्रज्वलित किया है।3 अक्टूबर से शुरू हुई इस शारदेय  नवरात्रि में हजारों श्रद्धालु माता के दरबार में अपनी मन की मुरादे पाने को पहुंच रहे हैं अपनी श्रद्धा स्वरूप श्रीफल तोड़कर गुप्त दान भी कर रहे हैं।जहां पंचमी एवं अष्टमी के अवसर पर मातागढ़ तुरतुरिया में जैन सैलाब श्रद्धालुओं का उमर पड़ा।वहीं छठे दिन माता के दरबार में कसडोल विधायक संदीप साहू भी अपने समस्त कार्यकर्ताओं के साथ माता के दरबार में पहुंचकर पूजा अर्चना कर अपने,अपने परिवार व क्षेत्र वासियों की खुशहाली के लिए आशीर्वाद मांगा।इस दौरान झांझ मंजीरे के साथ मांदर की थाप में गीत गायन करते हुए मातागढ़ ऊपर पहाड़ी मंदिर में विधायक संदीप साहू पहुंचे।जहां पूजा अर्चना पश्चात अपने कार्यकर्ताओं के साथ प्रसाद ग्रहण भी किया।पूरे माता घर परिसर को समिति द्वारा विशेष आकर्षक तरीके से सजाया गया है जो सबको अपनी ओर आकर्षित कर रही है।बताते चलें कि मातागढ़ में शारदीय नवरात्रि व चैत्र नवरात्रि में दूर दूर से लाखों श्रद्धालु अपनी मन की मुराद पाने के लिए यहां आते हैं और अपनी इच्छा अनुसार ज्योति जलाकर मां जगदम्बा का आशीर्वाद पाते हैं।किंवदंती है कि पौराणिक कथा के अनुसार प्रभु श्री राम के दोनों पुत्र लव और कुश का जन्म तुरतुरिया में होना बताया जाता है यह स्थल महर्षिबाल्मीकि का तपोभूमि भी है।यह स्थल बालमदेही नदी के किनारे पर पहाड़ियों के खूबसूरत नजारों के साथ बसा हुआ है जो पानी की तुर तुर की ध्वनि से नामित है।

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