6 माह से मजदूरों को मनरेगा का भुगतान नहीं मिला, आर्थिक तंगी से जूझ रहे मजदूर
विडंबना
बार नवापारा@न्यूज़ टूडे।मनरेगा का काम हुए आधा साल बीत गया है।लेकिन अबतक काम के दाम अर्थात अपनी मजदूरी भुगतान पाने के लिए मजदूरों को अधिकारी-कर्मचारियों के चक्कर काटने विवश होना पड़ रहा है। अधिकारियों को जानकारी देने पर केवल आश्वासन ही मिल पा रहा है।वैसे भी कोरोनाकाल का यह समय भी ऐसे मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का भरणपोषण करनेवाले गरीब-कमजोर वर्ग पर पहाड़ बनकर टूट पड़ा है। इसी जद्दोजहद तथा महामुकाबला में इनके बचे-खुचे रूपये पैसे भी खर्च कर गए हैं।ऐसे में उनके पास सिवाय और सिवाय आर्थिक तंगी ही सामने होगी।कुछ ऐसे ही हालात इस वनांचल क्षेत्र में भी दिखाई देने लगा है।जहां बार नवापारा अभ्यारण्य में वन विभाग द्वारा रोजगार गारंटी योजना के तहत कराए गए काम के मजदूरों को करीब छह माह का समय गुजर जाने बाद भी मजदूरी भुगतान नही मिल पाया है।जिसके लिए मजदूर अब अधिकारी-कर्मचारियों के पास पहुंच कर शीघ्र भुगतान की मांग कर रहे हैं।लेकिन आश्वासन से ही संतोष होना पड़ रहा है।मौके पर अमले से पता चला कि इनके बैंक खाते में भुगतान का पैसा नही डल पाया होगा।
भुगतान का प्रयास जारी -कृषाणु चन्द्राकर
इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी बारनवापारा कृषाणु चन्द्राकर ने बताया कि दिसम्बर में खश घास रोपण का कार्य नर्सरी में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत कराये जाने की बात रखते हुए कहा कि सौ दिन केंद्रीय शासन का तथा 50 दिन राज्य शासन का योजना का काम होता है।जिसमें से 100 दिन पश्चात वाला भुगतान रूका हुआ है।राज्य का पैसा जो है उसके कारण भुगतान नही होना बताया।उन्होंने इस दौरान बताया कि भुगतान के लिए लगे हुए हैं।जनपद पंचायत से सम्पर्क करते हैं फिर भी नही हो पाता है।वाउचर बना भेजने एवं मस्टर रोल जनरेटर होने की जानकारी देते हुए कहा कि एक-एक सप्ताह का चौदह मजदूरों का है।जिनके खाते में जनपद पंचायत के खाते में से भुगतान राशि ट्रांसफर नही होना बताया।