ज़ाकिर क़ुरैशी/जीवन लाल रात्रे
कसडोल/पिथौरा(news today) लुकाछिपी का खेल करते हुए बाघ को अंततः वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर लिया है। वन विभाग एवं ग्रामीणों का मजमा इस मंजर को देखने टूट पड़ा है।हालांकि रेस्क्यू टीम ग्रामीणों को उक्त स्थल तक पहुंचने के लिए घेराबंदी कर दी है।रेस्क्यू टीम की अगुवाई डीएफओ मयंक अग्रवाल कर रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक रेस्क्यू के पश्चात आगे की कार्रवाई में अमला जुटा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक विगत लगभग 8 माह से बारनवापारा एवं कोठारी अभ्यारण्य क्षेत्र में घूमते हुए उक्त बाघ को देखा जा रहा था।वन विभाग इसे लेकर अलर्ट जारी किया था एवं गांव में मुनादी भी एहतियातन करा दी गई थी।किंतु बीते कल दिनांक 25 नवंबर को लवन क्षेत्र में ग्रामीणों ने उसे देखा था वही बाघ आज कसडोल से लगे हुए ग्राम कोट(क)में आशीष कुमार यादव ने विनोद की बाड़ी में चहलकदमी करते हुए आज सुबह 8 बजे अचानक करीब 5 मीटर की दूरी पर बाघ को देखा इसके पश्चात बदहवासी में समीप ही बने शौचालय में युवक ने छुपकर अपनी जान बचाई।इसके पश्चात बाघ गोरधा होते हुए कसडोल के पारस नगर सेक्टर 01 में पहुंच गया।इसके पूर्व वन विभाग की रेस्क्यू टीम अपनी नजरें जमाए हुए बाघ का पीछा कर रही थी।चूंकि बाघ तेज गति से न दौड़कर चहल कदमी करते हुए रिहायशी इलाकों में घूम रहा था।इस कारण वन विभाग को ट्रेंकुलाइजर गन चलाने एवं निशाना लगाने में ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा इस तरह बाघ को टीम ने रेस्क्यू कर लिया है।
रेस्क्यू टीम में रायपुर से आए हुए ट्रेंकुलाइजर गन धारकों ने पीछा कर बाघ को बेहोश कर अपने कब्जे में रखा है।इसे रायपुर जंगल सफारी या अन्य जगह ले जाने की बात कही जा रही है।
वन विभाग स्वच्छंद घूम रहे बाघ को लंबे समय से पकड़ने की योजना बनाए हुए थे उन्हें अब जाकर सफलता मिली।इस दौरान वन विभाग,पुलिस विभाग व डाक्टरों सहित हजारों की संख्या में लोग स्थल पर मौजूद रहे।