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Wednesday, January 5, 2022

बलौदा बाज़ार के ग्राम अमोंदी में जरूरतमंद लोगों ठंड से बचने के लिए निशुल्क कम्बल वितरण किया


 अघोर पीठ जन सेवा अभेद आश्रम पोंडी(दल्हा) अकलतरा की पहल  

बलौदा बाज़ार के ग्राम अमोंदी में जरूरतमंदों को ठंड से राहत दिलाने निशुल्क कम्बल वितरण किया 
कसडोल -जीवनलाल रात्रे (newstoday)-अघोर पीठ जनसेवा अभेद आश्रम ट्रस्ट के द्वारा बलौदा बाज़ार के के ग्राम पंचायत आमोंदी में कल में नशा मुक्ति उन्मूलन तथा कम्बल वितरण का कार्यक्रम रखा गया था, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अध्यक्ष परम पूज्य कापालिक धर्म रक्षित राम जी थे। परम पूज्य बाबा जी ने नव वर्ष की संदेश में परम पूज्य अघोरेश्वर भगवान राम जी के वाणी को रेखांकित करते हुए कहा कि शील और शालीनता का पालन करें , पहले मनुष्य बने जीवन तो जीव जंतुओं को भी मिलता है वें भी अपना जीवन यापन कर हीं लेते हैं लेकिन मनुष्य योनि बड़े भाग्य मानुष तन पावा श्री दुर्बल संत ग्रंथ गावा बड़े भाग्य से मनुष्य तन मिलता है इसे जन सेवा में लगाएं कुछ ऐसा कर जाए कि आप हमेशा लोग एवं समाज के लिए उदाहरण बने रहें।

पूज्य बाबा जी ने कहा कि आज आश्रम ट्रस्ट द्वारा नशा मुक्ति अभियान, दहेज प्रथा के अभिशाप से खिलाफ जंग, दीन दुखियों की सेवा ,चिकित्सा शिक्षा पर विशेष जोर देकर उत्थान के लिए कार्य किया जा रहा है ताकि आमजनों में जन सेवा के प्रति जागरूकता आए।

उन्होंने जोर देकर कहा कि पहले मनुष्य बने आज मानव का व्यवहार मानव जैसा नहीं रह गया है माता-पिता के प्रति सम्मान समाज देश सेवा के बजाए स्व जन तक केंद्रित हो गया है उन्होंने पूज्य अघोरेश्वर की वाणी का उल्लेख करते हुए पूजाघर ईश्वर की वाणी का उल्लेख करते हुए कहा कि जरूर पड़े तो देश के लिए अपनी जान न्योछावर करने को तैयार रहे हम , नशा मुक्ति समाज व देश की प्रगति के पथ पर अग्रसर हो सकता है पूज्य बाबाजी ने भारत की संस्कृति व संस्कार के घटते मूल्य में चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आज के युवा तरुणाई किस दिशा में जा रहे हैं यह सोचनीय विषय है माता-पिता परिवार अपने बच्चों के व्यवहार से दुखी हैं।यह संस्कार के अभाव के कारण हो रहा है तथापि आधुनिक युग को अपनाना आवश्यक भी है अपनी संस्कृति व संस्कार के बलि न दे या तो याद रखना ही होगा कि भारत में सूर्य पूर्व दिशा से उदय होता है और पश्चिम दिशा में अस्त ।उगते सूर्य को नमस्कार कि हमारी संस्कार है डूबते को नहीं जबकि पश्चिम जन भारतीय संस्कृति की ओर काफी हद तक प्रभावित हो चुके हैं इससे बड़ा भारतीय संस्कृति का कोई और उदाहरण नहीं हो सकता है ।अंत में बाबा जी ने नव वर्ष पर सभी के लिए मंगल कामना किए।कार्यक्रम के अन्त में आस पास के क्षेत्र के ग्रामीणों ज़रूरतमन्द लोगों को कम्बल वितरण का कार्यक्रम किया गया।

उक्त कार्यक्रम में ग्राम पटेल चन्दराम यादव धनकुमारी यादव सत्यभामा साहू शांति केवट सरिता सागर संतोष यादव छतुराम विश्वकर्मा मनबोधि केवट जगदीश साहू ननकी आडिल अजय केवट भावत बैरागी राजकुमार केवट चैनसिंग पैकरा बिहार साहू उषा कर्ष गांव के ग्रमीण पुरुष महिला और बच्चे भारी संख्या में उपस्थित थे

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