स्टेट ओपन में स्पर्श खंडेलवाल दो चक्र पहले ही बने राज्य चैंपियन
पूरी स्पर्धा में स्पर्श का राजा रहा अपराजेय
शतरंज खेलने से न सिर्फ बौद्धिक विकास तो होता है बल्कि राजनीतिक समझ भी विकसित होती है-अरुण वोरा
पिथौरा(newstoday) छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के निर्देशन में दुर्ग जिला शतरंज संघ द्वारा स्व.लालजी भाई आड़तिया की स्मृति में आयोजित प्रदेश की प्रतिष्ठित श्री जलाराम ट्रॉफी का समापन 11 चक्रों के पश्चात हुआ।
स्पर्धा में राजनांदगांव के स्पर्श खंडेलवाल(अरीना ग्रैंडमास्टर) ने बिना कोई मैच हारे दो चक्र पहले ही राज्य का खिताब अपने नाम कर लिया ।
श्री जलाराम ट्रॉफी प्रतियोगिता के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक अरुण वोरा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर धीरज बाकलीवाल ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के सरंक्षक डी सी लुनिया, प्रदेश उपाध्यक्ष सुश्री किरण अग्रवाल,प्रदेश कोषाध्यक्ष प्रदीप दास, समाज सेवी प्रवीण भाई आड़तिया,जयंती भाई, राजेश राजा ,मुख्य आर्बिटर अलंकार भिवगड़े एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के सचिव हेमन्त खुटे मंचस्थ थे।
प्रतियोगिता के समापन अवसर पर स्वागत उदबोधन दुर्ग जिला शतरंज संघ के अध्यक्ष ईश्वर राजपूत ने दिया ।
पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि अरुण वोरा ने कहा कि दुर्ग में जलाराम ट्रॉफी का लगातार आयोजन एक स्वर्णिम उपलब्धि है। छत्तीसगढ़ अंचल के होनहार खिलाड़ियों ने अपने जौहर का प्रदर्शन करते हुए यह सफलता अर्जित की है। मैं कामना करता हूं कि छत्तीसगढ़ की गरिमा व मान मर्यादा को खिलाड़ी अपने खेल भावना से बरकरार रखेंगे। उन्होंने शतरंज खेल के फायदे को रेखांकित करते हुए कहा कि शतरंज खेलने से बौद्धिक विकास तो होता ही है बल्कि राजनीतिक समझ भी विकसित होती है।
विशिष्ट अतिथि किरण अग्रवाल ने कहा कि यह टूर्नामेंट हमारे उभरते खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं । टीम वर्क की भावना हमें प्रगति के पथ पर अग्रसर करती है । सही खेल भावना होने से हमारा व्यक्तित्व निखरता है । शतरंज एक ऐसा खेल हैजो हमें बौद्धिक व मानसिक रूप से मजबूत बनाता है ।
विशिष्ट अतिथि डी सी लुनिया ने अपने उदगार में कहा कि आज के सामाजिक परिवेश में स्वस्थ मनोरंजन और मानसिक तनाव की मुक्ति के लिए शतरंज फायदेमंद खेल है । अगर मानसिक तरोताज़गी का एहसास करना है तो निश्चित रूप से शतरंज जरूर खेलें ।
विशिष्ट अतिथि प्रदीप दास ने अपने उदबोधन में कहा कि शतरंज को लेकर जो नई क्रांति एवं संभावना विकसित हो रही है उसका पूरा श्रेय छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ को जाता है । उन्होंने दुर्ग जिला शतरंज को अविस्मरणीय आयोजन के लिए बधाई दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महापौर धीरज बाकलीवाल ने अपने अध्यक्षीय उदबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ की सक्रियता के फलस्वरूप इस टूर्नामेंट का शानदार समापन हुआ है । मुझे विश्वास है कि यहाँ के चयनित खिलाड़ी राष्ट्रीय स्पर्धा में अपना परचम फहराएंगे और छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करेंगे। विशिष्ट अतिथि जयंती भाई, प्रवीण भाई आड़तिया ,राजेश राजा ने भी खिलाड़ियों को संबोधित किया ।स्पर्धा के मेन प्राइज के टॉप 10 विजेताओं के नाम इस प्रकार है -
1 स्पर्श खंडेलवाल राजनांदगांव पहला (10.5अंक)
2 रजनीकांत बख्शी राजनांदगांव दूसरा (9 अंक)
3 वंश अग्रवाल दुर्ग तीसरा (9 अंक)
4 राहुल शर्मा दुर्ग चौथा (8.5 अंक)
5 यशस्व अनिल कनहोल्कर पांचवा दुर्ग (8अंक)
6यशद बाम्बेश्वर दुर्ग छठवां (8अंक)
7 विश्वजीत सिंह दुर्ग सातवां (8अंक)
8 सपन कुमार राजनांदगांव आठवां (8 अंक)
9 शिवशंकर शर्मा दुर्ग नौवां (8अंक)
10 आर्यन गोस्वामी दुर्ग (7.5अंक)
अन्य पुरस्कृत खिलाड़ियों में
बेस्ट वेटरन में प्रथम भक्ति घोष,द्वितीय डॉ निर्वाण तिवारी
बेस्ट फीमेल प्रथम अंशुल मिश्रा,द्वितीय अफसा परवीन,तृतीय इशिका मेडके
अंडर 10 ओपन में प्रथम अद्वैत ढांडे, द्वितीय वानेध खाटुआ, तृतीय राशि वरुड़कर,अंडर 12 ओपन में लिवजोत सिंह अरोरा,द्वितीय ओस गुप्ता,तृतीय अपूर्व सिन्हा, अंडर 14 ओपन में प्रथम मयंक सोनारे, द्वितीय अभय यादव,तृतीय गगन साहू, अंडर 16 ओपन में प्रथम भव्य बंछोर, द्वितीय समर सिंह,तृतीय अंकित वैष्णव, अंडर18 ओपन में प्रथम राहुल साबू,द्वितीय आर्यन नायर,तृतीय संविल घोम का नाम शामिल है।
स्पर्धा में कुल 50800 रुपये की नगद इनाम की राशि रखी गई थी।इस स्पर्धा में 14 जिलों से 129 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। पूरे स्पर्धा के दौरान राजनांदगांव एवं दुर्ग जिले के खिलाडियों का दबदबा रहा।
कार्यक्रम का संचालन दुर्ग जिला शतरंज संघ के कोषाध्यक्ष तुलसी सोनी ने तथा आभार प्रदर्शन छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के सचिव हेमन्त खुटे ने किया।