![]() |
अजित पुंज |
पिथौरा(newstoday) महासमुंद जिले के बागबाहरा में पत्रकारिता के प्रमुख आधार स्तंभ अजीत पुंज जी का आकस्मिक निधन पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।लंबे समय तक विभिन्न दैनिक समाचार पत्रों में अपनी निर्भीक एवं निष्पक्ष विचारधारा के कारण इनकी अलग पहचान क्षेत्र में थी। पत्रकारिता को नए आयाम तक पहुंचाने में उनका विशिष्ट योगदान है।
श्री पुंज जी 74 वर्ष के थे। बागबाहरा इनकी कर्मभूमि थी। वे यहां रहकर पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न समाचार पत्रों से जुड़कर अपनी सेवाएं देते रहे। मुखर वक्ता एवं अनुशासन प्रिय इनके व्यक्तिगत की पहचान थी। मैं इनके सानिध्य में विगत 20 वर्ष पूर्व आया तब से मैं इनके स्वभाव इनके व्यवहार को भलीभांति जानने एवं पहचानने लगा क्योंकि समाचारों को लेकर या अन्य चर्चाओं पर दूरभाष पर ही घंटों चर्चा होती थी हालांकि कई बार उनसे रूबरू होने का अवसर मुझे प्राप्त हुआ और उनका मार्गदर्शन और सुझाव सतत रूप से मुझे मिलता रहा बातों-बातों में उन्होंने एक बार मुझसे कहा "क्या गलत है क्या सही है इसका निर्णय हमें खुद करना होता है, पत्रकारिता एक सामूहिक दायित्व है, और व्यक्तिगत कर्तव्य भी है ,इसे हर हाल में पत्रकार को पूरा करना चाहिए"। वह हमेशा अनुभवों को साझा करते हुए मार्गदर्शन देने से नहीं चूकते थे। पत्रकारिता जगत में एक कलमकार के रूप में उनका योगदान हमेशा अविस्मरणीय रहेगा मैं शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।
ज़ाकिर कुरैशी पिथौरा
हार्ट अटैक से हुआ था निधन
बागबाहरा के पत्रकार साथी देवेंद्र साहू से जानकारी प्राप्त हुई है कि श्री पुंज जी का निधन विगत 11 फरवरी को दिल्ली में हार्ट अटैक से हो गया क्योंकि वह बागबाहरा से अपने बच्चों से मिलने दिल्ली पहुंचे थे तथा यहां से पूरा परिवार पंजाब के लिए रवाना होने वाला था इसी दौरान उन्हें अटैक आया एवं उन्हें उपचार हेतु अस्पताल ले जाया गया किंतु वे अब नहीं रहे। उनके निधन के समय उनके पुत्र पुत्री जो मुंबई में निवासरत है वे दिल्ली आए हुए थे इस दौरान पूरा परिवार इनके साथ था। बागबाहरा वासियों को एवं महासमुंद जिले के अन्य पत्रकार साथियों को इसकी जानकारी तब प्राप्त हुई जब उनका पूरा परिवार आज रविवार 19 फरवरी को बागबाहरा पहुंचा निधन की जानकारी मिलते ही इनके चित परिचित अचंभित हो गए।