बार वनांचल की स्व सहायता समूह की महिलाओं को नहीं मिल रहा है बैंक से ऋण,दर-दर की ठोकरें खाने को हैं मजबूर
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक कसडोल के मैनेजर ने समूह की आदिवासी महिलाओं को किसी से शिकायत नहीं करने की दी धमकी
जीवन लाल रात्रे
कसडोल(newstoday)- एक तरफ जहाँ छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति संवेदनशीलता जाहिर करती है, और महिलाओं को आर्थिक रूप से सरकार महिला शसक्तीकरण की बात की जाती है किंतु जमीनी स्तर पर नजारा अलग दिखता है।लेकिन सरकार की कथनी और करनी में अलग बातें सुनाई देती है।आज शुक्रवार को बार वनांचल की जय माँ शीतला स्व सहायता की महिलाओं ने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण की मैनेजर सुदीप कुमार सिन्हा के खिलाफ आपबीती की लिखित शिकायत बलौदाबाजार कलेक्टर को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कसडोल के द्वारा दिया साथ ही मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद कसडोल को भी दिया गया है।जिसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन को भी प्रेषित की गई है। अपने लिखित आवेदन में महिला समूह की महिलाओं ने बताया कि छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक शाखा कसडोल के मैनेजर पर प्रतिबंधनात्मक कार्यवाही करने की मांग शासन-प्रशासन से की है।
उक्त बातें आवेदन अनुरूप कहा कि हम कसडोल विकासखण्ड के 35 कि.मी. की दूरी पर वनांचल क्षेत्र ग्राम बार के स्व सहायता समूह जय माँ शीतला के संचालनकर्ता है। हमने पूर्व में भी छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक कसडोल से ऋण लेकर समूह का संचालन किया है और बैंक की ऋण पूर्ण रूप से चुकारा करने के बाद समिति के संचालन के लिए छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक शाखा कसडोल से पुनः ऋण के लिए राष्ट्रीय आजीवका मिशन योजना अंतर्गत आवेदन प्रस्तुत किया है।लेकिन बैंक मैनेजर द्वारा किसी न किसी बहाने बाजी करते हुए आज पर्यन्त तक हमें ऋण देने से मना कर दिया।पूर्व में हमने ऋण संबंधित कागजात पूरा करके दे दिया था। बैंक मैनेजर द्वारा समस्त दस्तावेजों को अवलोकन करने के पश्चात 6 माह से तक चली अवलोकन प्रक्रिया में आज दिनांक 18/11/2022 को हमारे बचत खाते में नियमित लेन देन को सही नहीं मानते हुए आज हमें ऋण नहीं दिया गया। जिससे हम शारिरिक- आर्थिक और मानसिक रूप से बैंक मैनेजर द्वारा कि गई कार्यवाही से प्रताड़ीत हुए हैं। हम आदिवासी महिलाओं को न्याय और ऋण चाहिए ताकि छत्तीसगढ़ शासन मुख्यमंत्री भुपेश बघेल की सरकार की योजना से लाभवन्तित होकर पुनः हम समिति का संचालन कर सकें। हमें बार बार बैंक मैनेजर द्वारा कागज में कमी को लेकर पूर्ण करने की हिदायत दि जाती थी आज आना कल आना करके हमें बताया जाता था और हम लोग कागज में कमी को सही मानकर उसको सुधार कर पूरा भी करते रहे हैं। ताकि हमे लोन मिल सके। बैंक मैनेजर द्वारा हमें पूर्ण रूप से गुमराह कर प्रताड़ित किया गया और आज दिनांक 18/11/2022 को बैंक मैनेजर सुदीप कुमार, सिन्हा ने कहा कि द्वारा उक्त बातें अगर तुम्हारे द्वारा किसी को बताया गया तो या पेपर में छपने पर अध्यक्ष और सचिव के खिलाफ मानहानी का दावा ठोक दूँगा। ऐसा डराया धमकाया गया जिससे हम आदिवासी महिला बैंक मैनेजर द्वारा की गई बातों से भयभित और विचलित हैं।
महिला समूह द्वारा निवेदन किया गया है कि शाखा प्रबंधक एवं उनके शाखा पर प्रतिबधनात्मक कार्यवाही करने की गुहार शासन-प्रशासन से की है।