बैठक में नहीं पहुंचने पर ग्रामीणों ने एक दलित परिवार का किया हुक्कापानी बंद
पिथौरा(newstoday)गांव की बैठक में शामिल नहीं होने की सजा ग्रामीणों ने एक दलित परिवार का हुक्कापानी बंद करने का तुकलगी फरमान जारी कर दिया है। बात करने अथवा किसी भी प्रकार का व्यवहारिक सम्बंध रखने पर ग्रामीणों पर 51 हजार रुपये का आर्थिक दण्ड दिए जाने का ऐलान किये जाने से पीड़ित परिवार असहज एवं अपमानित महसूस करते हुए इसकी शिकायत थाना सांकरा में लिखित आवेदन देकर की है। पीड़ित परिवार ग्राम भतकुंदा का निवासी है। 6 सदस्यीय परिवार अपने ही गांव में जहां वह पैदा हुआ बेगानी जिंदगी जीने मजबूर हो गया है।
ग्राम भतकुन्दा निवासी पीड़ित भूषण तांडी एंव उसका भाई शोभाराम तांडी दिनांक 7 नवंबर को आहूत एक रात्रि में होने वाली ग्रामीण बैठक में आमंत्रित किया था। बैठक में अस्वस्थता के कारण उपस्थित नहीं होने पर ग्रामीणों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए जातिसूचक बातें कर गांव से बहिष्कृत किए जाने का उल्लेख थाने में दिए आवेदन पत्र में उल्लेखित किया है।
बताते चलें कि ग्राम कोटवार के माध्यम से बहिष्कार की मुनादी भी करा दी गई है। पीड़ित परिवार सदमे में है तथा कभी भी उस पर अप्रिय घटना घटित हो सकती है। हमारे संवाददाता ने पूरे घटनाक्रम की जब पड़ताल करनी चाही तब निष्कर्ष निकलकर सामने आया कि उक्त गांव में एक मंदिर जिसे वन दुर्गा के रूप में जाना जाता है। उस मंदिर को एक साल के लिए लीज पर दिया जाता है। यहीं मंदिर ग्रामीणों एवं पीड़ित के मध्य विवाद का कारण बनता प्रतीत हो रहा है।
सांकरा थाने में लिखित शिकायत दर्ज किए जाने के पश्चात थाना प्रभारी आशिक वासनिक ने बताया कि पूरे मामले की सूक्ष्मता से जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।