घर के आंगन में लगी लंबी लौकी बना कौतूहल का विषय
बार नवापारा(newstoday)कभी-कभी कुछ ऐसा देखने - सुनने को मिल जाता है। जिससे अचरज होने लगता है।जिसे दूसरे शब्दों में अजबगजब कह सकते हैं।पपीते के अंदर पपीता भी देख चुके हैं।हम बार नवापारा वनांचल क्षेत्र के गांव गुड़ागढ़ के एक कृषक छबीराम साहू के आंगन में लौकी जिसकी लंबाई अभी पांच फीट तीन इंच है।क्योंकि परिपक्व अभी हुई है।इस किसान ने बताया कि उन्होंने खुद अपने आंगन में उगाया है।और इसे फलने-फूलने में किसी भी तरह का रासायनिक खाद का उपयोग नही किया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि केवल 22 दिन की अवधि की यह लौकी है।पूर्ण विकसित होने में तकरीबन 40 की अवधि पर्याप्त होती है।इस क्षेत्र में इसकी लंबाई को लेकर कौतुहल का विषय बना हुआ है।इसकी लंबाई के कारण कृषक ने नीचे की ओर ईंट लगा दिया है।ताकि यह लौकी अपने वजन के कारण लता(नार) को क्षति न पहुंचे।इस वजह से लौकी लम्बवत न बढ़ कर कुछ टेढ़ा आकार लेते जा रही है।हमारे प्रतिनिधि शिव ठाकुर ने जब इसे देखा तो कौतुहल वश इसकी तस्वीर अपने कैमरे में कैद करने से नही चुके।इतना ही नही बल्कि उन्होंने इसकी लंबाई व गोलाई नापने से नहीं चुके। इसके एक स्थान पर अधिकतम गोलाई 14 मापी गई।
इस संदर्भ में परिक्षेत्र अधिकारी बार नवापारा कृषाणु चन्द्राकार से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि बारनवापारा क्षेत्र की जलवायु एवं मिट्टी की उर्वरा शक्ति सब्जी-फलों की पैदावार के लिए अनुकूल है।इस कारण यहां उपजों की पैदावार के लिए अतिरिक्त रासायनिक खादों की विशेष आवश्यकता नही पड़ती।आगे उन्होंने कहा कि लौकी में भरपूर पोषक तत्व होते हैं।इनमें कई तरह के प्रोटीन,विटामिन और लवण पाए जाते हैं। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम और जिंक पाया जाता है।ये पोषक तत्व शरीर की कई आवश्याकताओं की पूर्ति करते हैं।