कलार समाज की बैठक में जिलाध्यक्ष ने शिक्षा के साथ बच्चों के संस्कार ज्ञान पर दिया जोर
कोमाखान के कुलिया में हुई सुअरमाल परिक्षेत्र कलार समाज की बैठक
बागबाहरा(newstoday)दृढ़ इच्छाशक्ति और आत्मविश्वास से व्यक्ति अपने जीवन में उन सभी इच्छाओं की पूर्ति कर सकता है, जो जनहित में हो। सामाजिक एकता से राष्ट्र की अखंडता कायम रह सकती है, इसलिए जरूरी है कि सारे भेदभाव मिटाकर हम अखंड भारत के संकल्प में भागीदार बनें। उक्त बातें छत्तीसगढ़ डड़सेना कलार समाज सुअरमाल परिक्षेत्र की बैठक में समाज के जिलाध्यक्ष नीरज गजेंद्र ने कही।
कोमाखान के कुलिया में आयोजित कलार समाज की कार्यकारिणी बैठक को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए श्री गजेंद्र ने कहा कि समाज की सेवा हर व्यक्ति का प्रथम कर्तव्य है। भारत भूमि की पवित्र मिट्टी और पानी से बने हमारे शरीर को समाज से संस्कार मिलता है और जब तक हम समाज की सेवा नहीं करेंगे, सामाजिक ऋण से मुक्त नहीं हो सकते। उन्होंने बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार देने पर जोर दिया।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में मौजूद जिला संरक्षक ईश्वर सिन्हा 12 फरवरी को महासमुंद में आयोजित हो रहे कलार महासम्मेलन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस दिन समाज के उन सभी प्रतिभाशाली लोगों का सम्मान किया जाएगा, जिन्होंने सामाजिक, राजनीतिक, प्रशासनिक, शैक्षणिक और विभन्न क्षेत्र में कलार परिवारों को गौरान्वित किया है।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे सुअरमाल परिक्षेत्र के मंडलेश्वर डूमनलाल सिन्हा ने आह्वान किया कि कलार परिवार कुरीतियों को त्यागकर रचनात्मक गतिविधियों को प्रोत्साहित कर एक नए समाज के निर्माण में भागीदार बने। बैठक को फिंगेश्वर परिक्षेत्र के मंडलेश्वर ओमप्रकाश सिन्हा, सुअरमाल के पूर्व मंडलेश्वर प्रेमशंकर सिन्हा, सचिव खेमराज सिन्हा, सरपंच हेमंत सिन्हा, शिक्षक मुरलीधर सिन्हा आदि ने भी संबोधित किया। मौके पर कलार समाज के कोषाध्यक्ष पुनीत सिन्हा, ईश्वरप्रसाद सिन्हा, नरोत्तम सिन्हा, दुर्गाचरण सिन्हा, बलराम सिन्हा, रमनलाल सिन्हा, ओमप्रकाश समेत गांव और परिक्षेत्र के पहुंचे अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।