कसडोल तहसील में 146 चिटफंड कंपनियों के 21829 आवेदनों के 33 करोड़ से अधिक रुपये का अब तक नहीं हुआ भुगतान - newstodaylive

Breaking

Translate

Post Top Ad

Sunday, March 19, 2023

कसडोल तहसील में 146 चिटफंड कंपनियों के 21829 आवेदनों के 33 करोड़ से अधिक रुपये का अब तक नहीं हुआ भुगतान

कसडोल तहसील में 146 चिटफंड कंपनियों  के 21829 आवेदनों के 33 करोड़ से अधिक रुपये का अब तक नहीं हुआ भुगतान

जीवनलाल रात्रे

    कसडोल(newstoday)बीते सत्र में छत्तीसगढ़ के कांग्रेस भूपेश सरकार ने विधान सभा चुनाव के पूर्व अपने घोषणा पत्र में चिटफंड कंपनियों के पीड़ित निवेशकों का पैसा वापस दिलाने वादा किया था।लेकिन पीड़ित निवेशकों का पैसा अभी तक वापस नहीं मिलने पर आम-जनता अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं।सरकार भले ही निवेशकों का पैसा दिलाने विगत 23 जुलाई 2021को ही सभी कलेक्टरों को आदेश जारी किया हो।जहाँ शासन के आदेश मिलते ही सभी कलेक्टर ने इसे अमलीजामा पहनाने जिला और ब्लॉक के अधिकारियों को ब्लॉक स्तर पर टीम गठित कर निवेशकों से आवेदन प्राप्त करने की जिम्मेदारी दी गई थी।जानकारी अनुसार कोई भी निवेशक जिस किसी भी कंपनी में कितनी राशि,किनके द्वारा निवेश किया हों वे सभी जानकारी बॉन्ड पेपर सहित 2 अगस्त 2021 से 6 अगस्त 2021 तक निर्धारित प्रपत्र भरकर ब्लॉक स्तर के अधिकारियों के पास जमा करने को कहा गया।इसके लिए व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया गया।जहाँ कसडोल तहसील में ही 146 विभिन्न कंपनियों में 21829 आवेदन कर्ताओं के 330091679.00 करोड़ रुपये जमा धन राशि का अभी तक सरकार ने निवेशकों को पैसा वापस नहीं किया है।जिससे आम जनता कांग्रेस की चुनावी घोषणा पत्र के मुताबिक भुगतान को लेकर आज भूपेश का बॉट जोह रही है।चिटफंड कंपनियों में पीएसीएल,साईं प्रसाद,साईं प्रकाश,आशीर्वाद, सहारा,एचबीएन,गरिमा,बीएनगोल्ड, आरोग्य धन वर्षा,रायल विजन केयर,रोज वैली, फाईन इंडिया,एनेक्स इंडिया, ग्रीन रे़ इंटरनेशनल,विनायक ग्रुप लिमिटेड सहित विभिन्न कंपनियों में निवेश करने वालों पीड़ितों ने अपना दर्द बताया था।इन कंपनियों में से अधिकांश कंपनियों की प्रदेश के कई हिस्सों में प्रापर्टी स्थित है जिसकी तत्काल कुर्की नीलामी कर चिटफण्ड पीड़ितों को रकम वापस लौटाने की मांग सरकार से किया गया था।जिसे सरकार ने विभिन्न कंपनियों में जमा पूंजी वापस करने का वादा किया था जो आज जमीनी स्तर पर लोग पैसा वापस नहीं मिलने से मायूस व हताश नजर आ रहे है।हालांकि बीते वर्ष में खबर ये भी चला था कि प्रदेश के कुछ एक या दो जिलों में चिटफंड कंपनियों में फॅसे निवेशकों का कुछ धन राशि सरकार ने वापस की है।

Post Top Ad

ad inner footer