उजाला पैलेस पिथौरा में जी एच रायसोनी रैपिड शतरंज स्पर्धा का भव्य शुभारंभ हुआ
स्पर्धा का उदघाटन मुकेश यादव ने शतरंज की बिसात पर घोड़े को ढाई घर चलकर किया
27 अक्टूबर 2025 / हेमंत खूंटे,खेल संपादक
पिथौरा उजाला पैलेस पिथौरा में जी एच रायसोनी रैपिड शतरंज स्पर्धा का भव्य शुभारंभ हुआ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व जनपद उपाध्यक्ष मुकेश यादव थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला शतरंज संघ के अध्यक्ष डॉ डी एन साहू ने की । विशिष्ट अतिथि के रूप में पार्षद आशीष अग्रवाल व उजाला पैलेस के संचालक हरमिंदर सिंह उजाला मंचासिन थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुकेश यादव ने शतरंज की बिसात पर घोड़े की ढाई घर चाल चलकर स्पर्धा का उद्घाटन किया।
उदघाटन पश्चात जिला एवं राज्य शतरंज संघ के सचिव हेमन्त खुटे ने प्रतिवेदन का वाचन करते हुए जिला शतरंज संघ की विकास यात्रा को रेखांकित करते हुए कहा कि जिला शतरंज संघ महासमुंद अपनी स्थापना से लेकर अब तक अनेक उपलब्धियां अर्जित की है।यही कारण है कि महासमुंद जिले का नाम छत्तीसगढ़ के सक्रिय शतरंज जिलों में शुमार है। आने वाले दिनों में महासमुंद जिला को शतरंज के नाम से जाना जाएगा।
मुख्य अतिथि मुकेश यादव ने अपने उद्बोधन में कहा कि शतरंज केवल एक खेल ही नही बल्कि यह सोचने और निर्णय लेने की क्षमता विकसित करने की कला है।
इस तरह की शतरंज स्पर्धा से खिलाड़ियों में अनुशासन, धैर्य और रणनीतिक सोच का विकास होता है।
अध्यक्षता कर रहे डॉ डी एन साहू ने कहा कि यह स्पर्धा जी एच रायसोनी स्पोर्ट्स एंड कल्चरल फाउंडेशन व कल्पना प्रकाश वेलफेयर फाउंडेशन के विशेष सहयोग से हम कर रहे हैं। हमारा मकसद जिले राष्ट्रीय खिलाड़ी व खेल के जरिए अच्छे नागरिक तैयार करना है। हम आगे भी इसी समर्पण और उत्साह से जिले में शतरंज की गतिविधियां करते रहेंगे। विशिष्ट अतिथियों ने भी खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उन्हें शुभकामनाएं एवं जीत के लिए अग्रिम बधाईयां दी।
उक्त स्पर्धा में जिले भर से 73 खिलाड़ियों ने सहभागिता की।
स्पर्धा के टूर्नामेंट डायरेक्टर हेमंत खुटे तथा मुख्य निर्णायक इंटरनेटल आर्बिटर रॉकी देवांगन थे। डिप्टी चीफ आर्बिटर के रूप में रामकुमार विश्वकर्मा ने योगदान दिया।
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
स्पर्धा का संचालन व्याख्याता अखिलेश कर द्वारा किया गया तथा आभार प्रदर्शन कार्यक्रम संयोजक हेमंत खुटे ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में राम उजाला, संजय श्रीवास्तव,बबलू श्रीवास्तव सतीश दास मानिकपुरी,यशवंत चौधरी, कुनैन अहमद, तबस्सुम शेख एवं लुनेश्ववरी बिसेन की महती भूमिका रही।



